उत्तरप्रदेश के कानपुर में तीन जुलाई कि रात दबिश करने आई पुलिस पर हमला करने वाले गैंगस्टर विकास दुबे को आखिरकार पुलिस ने उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार कर लिया हैं। दो जुलाई को विकास के खिलाफ़ चौबेपुर थाने में धारा 307 के तहत मुकदमा दर्ज़ कराया गया था। जिसके बाद पुलिस विकास को उसके गाँव में गिरफ्तार करने गई थी। पर पुलिस के ही कुछ अधिकारियों ने ही विकास को उसके खिलाफ़ कार्यवाही होने कि मुखबरी कर दी थी।
जब पुलिस देर रात विकास को पकड़ने उसके गाँव गई तो पहले से सतर्क विकास ने जेसीबी लगाकर पहले पुलिस का रास्ता रोका और जब पुलिसकर्मी गाड़ी से नीचे उतरे तो उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी जिसमे सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए।
उत्तरप्रदेश एसटीएफ के साथ कई राज्यों कि पुलिस टीम बीते सात दिनों से विकास दुबे और उसके साथियों को पकड़ने में लगी थी। आज सुबह ही विकास दुबे के करीबी कहे जाने वाले प्रभात मिश्रा को यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था। प्रभात मिश्रा को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया था विकास भी उसके साथ फरीदाबाद में ही मौजूद था पर किसी तरह पुलिस कि आंखों में धूल झोंक कर वहा से फ़रार हो गया।
बताया जा रहा हैं के विकास दुबे अपने कुछ साथियों के साथ उज्जैन महाकाल के दर्शन करने पहुँचा था। उसने ख़ुद वहा खड़े पुलिसकर्मियों को बताया के में विकास दुबे हूँ आप मध्यप्रदेश पुलिस को ख़बर दे दिजीए मैं महाकाल कि शरण में सरेंडर करने आया हूँ। विकास दुबे कि गिरफ्तारी के बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फोन पर एक दूसरे से बात कि। जिसके बाद अब मध्यप्रदेश पुलिस अब विकास दुबे को यूपी पुलिस को हैंडओवर करेगी।