उत्तरप्रदेश के सियासी गलियारों म इन दिनों प्रदेश की राजनीति में किसी बड़े बदलाव की चर्चा तेज़ है। पहले पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष और राष्ट्रीय महासचिवो ने प्रदेश में सरकार के कामकाज और संगठन के बीच तालमेल की रिपोर्ट ली जिसके ठीक बाद भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और उत्तरप्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह ने शीर्ष नेतृत्व से चर्चा की राधा मोहन सिंह अभी कुछ ही दिन पहले सूबे की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से भी मिले थे भले ही उन्होंने मुलाकात को एक औपचारिक मुलाकात बताया हो पर मौजूदा राजनीतिक घंटनाक्रम में ये मुलाकात किसी भी दृष्टिकोण से महज़ एक राजनीतिक मुलाकात तो नहीं लगती।
इन्ही सब के बीच अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी दिल्ली पहुंच गए है उनके दिल्ली आते ही अब मामले ने ओर तूल पकड़ है कल गुरुवार को योगी आदित्यनाथ ने गृह मंत्री अमित शाह से उनके आवास पर मुलाकात की जिसके जानकारी ख़ुद योगी आदित्यनाथ के ट्विटर हैंडल के माध्यम से दी गई उन्होंने लिखा ‘ आज आदरणीय केंद्रीय गृह मंत्री श्री @AmitShah जी से नई दिल्ली में शिष्टाचार भेंट कर उनका मार्गदर्शन प्राप्त किया। भेंट हेतु अपना बहुमूल्य समय प्रदान करने के लिए आदरणीय गृह मंत्री जी का हार्दिक आभार।’
दरसअल हालही में हुए उत्तर प्रदेश विधानपरिषद के चुनावों के बाद से ही योगी कैबिनेट के विस्तार होने की चर्चा थी सरकार में कुल 6 मंत्री पद रिक्त है जिनमे पूर्व आईएएस अफसर अरविंद कुमार शर्मा मंत्री पद के प्रबल दावेदार है सूत्रों की माने तो शीर्ष नेतृत्व अरविंद कुमार शर्मा को उपमुख्यमंत्री बनाकर सरकार पर हावी नौकरशाही को रोकने के लिए को बड़ा पथरा आजमा सकता है पर योगी आदित्यनाथ किसी भी सूरत में अरविंद कुमार शर्मा को अपने मंत्रिमंडल में शामिल नहीं करना चाहते जिसकी एक बड़ी वजह शर्मा का प्रधानमंत्री मोदी से करीबी रिश्ता भी है।
भाजपा किसी भी सूरत में सूबे के सबसे बड़े प्रदेश को गवाना नहीं चाहिती शायद यहीं वजह है कि चुनाव से पहले ही केंद्र नेतृत्व भी अब पूरी तरह से एक्टिव हो गया है कल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अमित शाह से मुलाक़ात की थी अब से कुछ ही देर बाद पधानमंत्री से योगी आदित्यनाथ मुलाक़ात करेंगे।