मध्यप्रदेश की सियासत फिर एक बार चर्चा में हैं। ताजा मामला ये है कि बीजेपी ने कांग्रेस पार्टी में एक बार फिर सेंद मारी करते हुए कमलनाथ की कांग्रेस को उपचुनाव से पहले एक और बड़ा झटका लगा है। राज्य में उपचुनाव की तैयारियों के बीच कांग्रेस के एक और विधायक ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। मध्यप्रदेश के बुरहानपुर जिले के नेपानगगर विधानसभा क्षेत्र से आने वाली विधायक सुमित्रा देवी ने अपनी विधायकी इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने विधासभा सचिवालय को लिखित में अपना इस्तीफा भेजा। गौर करने वाली बात ये है कि यह एक सप्ताह के अंदर कांग्रेस के लिए यह दूसरा बड़ा झटका है।
राजस्थान में सियासी संग्राम अभी थमा नहीं था कि इधर एमपी में कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा गया। कुछ ही दिन पहले प्रद्युमन सिंह लोधी और अब नेपानगर से विधायक सुमित्रा देवी ने इस्तीफा दे दिया है। हालांकि उन्होंने वजहों का खुलासा अभी नहीं हो पाया है। विधानसभा सचिवालय ने उनके इस्तीफे की पुष्टि की।कांग्रेस छोड़ने के मात्र 4 घंटे के भीतर सुमित्रा देवी भी बीजेपी में शामिल हो गयी हैं। और ऐसा उन्होंने बीजेपी आलाकमान के आश्वासन के बाद किया है।
बता दे कि पिछले सप्ताह ही कांग्रेस के विधायक प्रद्युमन सिंह लोधी ने भी पार्टी से इस्तीफा दिया था। उन्होंने इस्तीफा देने के बाद बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। बीजेपी में शामिल होने के 6 घंटे बाद ही उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दे दिया था। प्रद्युमन सिंह लोधी को राज्य खाद्य आपूर्ति निगम का अध्यक्ष बनाया गया है। ठीक वैसा ही पोर्टपॉलियो अब सुमित्रा देवी को भी देने की कवायत है।
पिछले 6 महीने मे राज्य में अनेक सियासी उठापटक हुए।ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बीजेपी में कांग्रेस के 22 विधायक आए थे। पहले से 2 सीट विधायकों के निधन से खाली हुए थे, उसके बाद यह साफ हो गया की एमपी में 24 सीट पर उपचुनाव होंगे। मगर पिछले एक सप्ताह के अंदर 2 और विधायकों के इस्तीफे के बाद मध्यप्रदेश में 26 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होंगे।
मध्यप्रदेश के सियासी गलियारों में चर्चा तो यह हो रही है कि कांग्रेस के कई और विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं। पिछले दिनों राज्य बीजेपी के एक कद्दावर नेता ने दावा किया था कि 15-20 के करीब कांग्रेस विधायक पार्टी छोड़ कर बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।