हम सभी जानते हैं कि जीवन की शुरुआत अकेले होती है लेकिन खत्म बहुत सारी खूबसूरत यादों और हमारे जीवन में विशेष व्यक्तियों के साथ होती है! जिंदगी का उसूल है गिरती भी हैं तो उठती भी है मगर हम लड़ना तो नहीं छोड़ते. रोना हसना सब चलता है इस जीवन मैं| सुना हैं एक ही बार मिलता है जीने के लिए! तो क्यों बेकर की चीजों पर वक़्त जाया करे| “छोड़ सारी तालीफ़े जो करना है वो कर! अगर हम भी यही सोचे की लोग क्या सोचेंगे ,तो लोग क्या सोचेंगे | लोग आपका घर नहीं चलते , ना लोग आपको अपनी सैलरी देने आते हैं तो क्यों है हमे ये डर की लोग क्या कहेंगे | कौन है ये लोग- “हम खुद” |
क्यों न अब अपने लिए जिया जाये और क्यों न एक दोस्त बनया जाये – “हम खुद” |
सोच-सोच के इतना सोच लिया की अब कुछ सोच ही नहीं सकते तो यार एक बार और सोच लो और जी लो ज़िन्दगी कोई नहीं रोकता … कुछ बाते खुद से की जाये और एक बार फिर ज़िन्दगी जी जाये | उन हसीन पलों को एक बार फिर जिया जाये| सोच कर नहीं अंजाने में |
गिर कर फिर उठेंगे लेकिन हार नहीं मानेंगे | दोस्तों के साथ फिर हसी मज़ाक करेंगे, माँ का गुस्सा,बाप की मार भी सहेंगे, और बंदी/ बंदे के लारे भी सहेंगे , पैसे के लिए जिंदगी नहीं जिंदगी के लिए पैसै कामायेगे , लेकिन हार नहीं मानेंगे|