आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद एवम यूपी प्राभारी संजय सिंह के खिलाफ उत्तरप्रदेश के हज़ारीगंज थाने में IPC कि धारा 124-A के तहत राजद्रोह का मुकदमा दर्ज कराया गया है। जसकी जानकारी ख़ुद थानाध्यक्ष अंजनी कुमार पाण्डेय ने दी। दरसअल 1 सितम्बर को एक नंबर उत्तर प्रदेश में ख़ूब वायरल किया गया। जिस नंबर से लोगो को पहले से रिकॉर्ड किए हुए कॉल किये गए पुलिस के मुताबिक कॉल में पहले से रेकॉर्ड इंटरेक्टिव वॉयरस रिस्पांस समाज मे लोगो को बाटने का और सद्भाव बिगाड़ सकती हैं।
अपने ख़िलाफ़ राष्ट्रद्रोह का मुक़दमा दर्ज़ होने के बाद संजय सिंह ने मौनसून सत्र में इसकी शिकायत सभापति वैंकैया नायडू से भी कि सदन में संजय सिंह ने कहा के क्या देश के उच्च सदन में बैठने वाला एक व्यक्ति क्या देशद्रोही है अगर सरकार मुझे देशद्रोही मानती हैं तो मुझे जेल मे डाल दे।
पिछले कुछ दिनों से उत्तरप्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए आम आदमी पार्टी दिल्ली की बजाए यूपी पर कुछ ज्यादा ही ध्यान दे रहीं हैं। यही वज़ह है के पार्टी के प्रदेश प्राभारी संजय सिंह का लखनऊ आना जाना भी लगा रहता हैं कुछ दिन पहले ही संजय सिंह ने उत्तरप्रदेश में हो रहे ऑक्सिमिटर घटोला को लेकर भी अवाज़ उठाई थी। जिसका एक सारा डेटा वो उपराष्ट्रपति वैंकया नायडू को भी सौंप चुके है।
इतना ही नही संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर योगी आदित्यनाथ पर जमकर निशाना भी साधा उन्होंने कहा आप ये मत सोचिये के एक मुक़दमा हो जाने से मैं गरीबों की आवाज़ उठाना छोड़ दूँगा मैं ख़ुद 20 तारीक को आकर लखनऊ में अपनी गिरफ्तारी दूँगा। अगर संजय सिंह ने इतना ही ध्यान दिल्ली नगर निगम के कर्मचारियों की तनख्वाह पर दिया होता तो शायद उन्हें भी 5 महीने से रुकी तनख्वाह मिल जाती और अगर इतनी मुस्तैदी से ही यूपी पुलिस ने 3 महीने से अग़वा बिल्डर विक्रम त्यागी को ढूंढने में दिखाई होती तो शायद आज विक्रम त्यागी भी शकुशल अपने परिवार के साथ होते।
यूपी में पिछले कुछ दिनों से सक्रिय आम आदमी पार्टी के नेताओं पर अब तक 10 से 12 मुक़दमे हो चुके हैं। देशद्रोह का मुकदमा दर्ज़ होने के बाद आहत हुए संजय सिंह ने ट्वीट कर सभापति को शिकायत करने कि जानकारी भी दी उन्होंने ट्वीट कर लिखा ‘मेरे ऊपर “देशद्रोह” के मामले में 12 दलों के 37 सांसदों ने मा.सभापति जी को पत्र लिखा सभापति जी ने सदन को कार्यवाही का भरोसा दिया, कॉंग्रेस ,एन. सी. पी., शिव सेना ,आरजेडी, समाजवादी पार्टी , डीएमके ,सीपीएम , सीपीआई , टीएमसी,अकाली ,टीडीपी , टीआरएस के 37 सांसदों का साथ हैं
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता राघव चड्डा ने भी इस प्रकरण कि कड़ी निंदा करते हुए लिखा ‘एक छोटी सी पार्टी और अकेले सांसद संजय सिंह जी ने पूरे उत्तर प्रदेश शासन को हिला के रख दिया है। सच की ताकत ने सत्ता के इन लोभियों को इस प्रकार हिला दिया है कि संजय जी पर देशद्रोह के फ़र्ज़ी मुकदमे कर दिए। चाहे लाख मुकदमे कर लो, इंकलाब को झुका नहीं पाओगे।
वही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सूचना सलाहकार शलभमणि त्रिपाठी ने कहा है के उत्तरप्रदेश सरकार के खिलाफ जातीगत सर्वे कराने के कारण संजय सिंह पर मुक़दमा दर्ज़ किया गया है ये वह लोग है जो दिल्ली मे ताहिर हुस्सैन और अमानतुल्लाह खान के साथ दंगे करवाते है समाज को जाती में बाटने का काम करते है पर उत्तरप्रदेश में ये सब नही चलेगा ये यहाँ सफल नही हो पाएंगे। कानून अपना काम करेगा।
बीते कुछ दिन पहले ही प्रदेश में कुछ लोगो द्वारा तीन बार के विधायक रहे निर्वेन्द्र कुमार मिश्रा कि हत्या कर दी थी। इसके अलावा ग़ज़िआबाद से अगवा हुए बिल्डर विक्रम त्यागी का भी पुलिस तीन महीने बीत जाने पर भी कोई सुराग नही लगा पाई जिस मुद्दों को लेकर संजय सिंह लगातार योगी सरकार पर सवाल खड़े कर रहें थे।